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Thursday 17 February 2022

श्री हनुमद अष्टकम् और लाभ(Shri Hanumad Ashtakam and benefits)




श्री हनुमद अष्टकम् और लाभ(Shri Hanumad Ashtakam and benefits):-श्रीहनुमानजी के जन्म के बारे में, जीवनकाल में किये गए कार्यों के बारे श्री हनुमदष्टकम् में वर्णन मिलता हैं। श्री हनुमदष्टकम् स्तोत्रं को तुलसीदासजी ने निर्मित किया हैं, उन्होंने इस स्तोत्रं के वांचन करते हुए श्रीहनुमानजी का कई बार दर्शन किए और दो बार इस स्तोत्रम् के वांचन करने पर श्रीरामजी के दर्शन हुए थे। श्री हनुमानजी वानरराज केसरी एवं पतिव्रता अञ्जनी के गर्भ से अतुलित शक्तियों के साथ जन्म लिया था। जो मनुष्य श्रीहनुमानजी की पूजा-अर्चना करते हुए एवं सच्चे मन से पूर्ण श्रद्धाभाव रखते हुए उनको याद करते हैं, उन भक्तों की रक्षा करने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं। श्रीहनुमदष्टक स्तोत्रं धर्म से सम्बंधित भावों को उत्पन्न करने वाला होता हैं। 


   ।।श्री हनुमदष्टकम् स्तोत्रं ।।


वैशाखमास कृष्णायां दशमी मन्दवासरे।

पूर्वभाद्रासु जाताय मङ्गलं श्री हनुमते।।१।।


गुरुगौरवपूर्णाय फलापूपप्रियाय च।

नानामाणिक्यहस्ताय मङ्गलं श्री हनुमते।।२।।


सुवर्चलाकलत्राय चतुर्भुजधराय च।

उष्ट्रारुढाय वीराय मङ्गलं श्री हनुमते।।३।।


दिव्यमङ्गलदेहाय पीताम्बरधराय च।

तप्तकाञ्चनवर्णाय मङ्गलं श्री हनुमते।।४।।


भक्तरक्षणशीलाय जानकीशोकहारिणे।

ज्वलत्पावकनेत्राय मङ्गलं श्री हनुमते।।५।।


पम्पातीरविहाराय सौमित्रीप्राणदायिने।

सृष्टिकारणभूताय मङ्गलं श्री हनुमते।।६।।


रंभावनविहाराय सुपद्मातटवासिने।

सर्वलोकैकण्ठाय मङ्गलं श्री हनुमते।।7।।


पञ्चाननाय भीमाय कालनेमिहराय च।

कौण्डिन्यगौत्रजाताय मङ्गलं श्री हनुमते।।८।।


    ।।इति श्री हनुमदष्टकम् स्तोत्रं।।

।।जय बोलो पवनपुत्र हनुमान की जय हो।।

    ।।जय अञ्जनी सुत की जय हो।।

 ।।जय बोलो रामदूत हनुमान की जय हो।।


श्री हनुमद् अष्टकम् लाभ(Shri Hanumad Ashtakam benefits):-श्री हनुमदष्टकम् के वांचन करने से मनुष्य को जीवन में जो फायदे मिलते हैं, वे इस तरह हैं- 

1.हनुमानजी का आशीर्वाद प्राप्त करने हेतु:-हनुमानजी को खुश करने के लिए हनुमदष्टकम् स्तोत्रं का वांचन हमेशा करते रहने पर हनुमानजी अपने भक्त पर प्रसन्न हो जाते हैं और अपना आशीर्वाद दे देते हैं।


2.जीवनकाल में सुख-सम्पदा हेतु:-मनुष्य को अपने जीवन में समस्त तरह सूख की चाहत होती हैं, उस सुख को पाने के लिए हनुमदष्टकम् स्तोत्रं का वांचन करना चाहिए, जिससे मनुष्य को सुख-सम्पदा मिल सके।


3.जन्म-मरण बंधन से छुटकारा हेतु:-मनुष्य को पृथ्वीलोक में जन्म लेना पड़ता हैं और जन्म के बाद मरण होता हैं, इस तरह के बंधन से छुटकारा दिलवाने में मददकारी हनुमदष्टकम् होता हैं।


4.जीवनकाल के विघ्नों व संकटो से मुक्ति पाने हेतु:-मनुष्य को नियमित रूप से हनुमदष्टकम् स्तोत्रं का वांचन करते रहने पर विघ्नों एवं संकटो से मुक्ति मिल जाती हैं।


5.नकारात्मक शक्तियों से मुक्ति पाने हेतु:-मनुष्य के जीवन में नकारात्मक ऊर्जा का संचार जल्दी हो जाता हैं, उन नकारात्मक ऊर्जा से मुक्ति के लिए हनुमदष्टकम् स्तोत्रं का वांचन करना चाहिए।


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