मकर जन्म लग्न और मकर राशि वालों का फल
राशि परिचय-:भचक्र की दशम राशि मकर आकृति में बकरे के समान, पृथ्वी तत्व,तमोगुणी, चर,शीत, स्त्रीलिंग, सौम्य, दिनबली,पृष्ठोदयी,दक्षिण दिशा स्वामिनी,कंटीली झाड़ियों वाली बंजर भूमि निवासिनी,मेहनती एक शुभ राशि हैं। हरवर्ष अंग्रेजी महीने की 22 दिसम्बर तिथि के आसपास सूर्य इस राशि में प्रवेश करता है और 20 जनवरी तक रहता है। इसका विस्तार 270°अंश से 300° अंश तक होता हैं। शनि इस राशि का स्वामी ग्रह, चन्द्रमा शत्रु ग्रह, मंगल की उच्च राशि और गुरु की नीच राशि हैं। शुक्र,शनि,चन्द्रमा,सूर्य शुभ कारक ग्रह है। अकेला शुक्र या शुक्र+शनि युति या बुध+शुक्र युति योग सफल योग हैं।
शारीरिक बनावट-: मकर लग्न राशि में जन्म लेने वाले जातक या जातिका दुबले-पतले और मध्यम से कुछ लंबे कद वाले, मुखाकृति सुंदर, नयन नकश तीखें, चेहरा पतला, नाक लंबी, आंखें काली व नीली, बाल काले व घने, कमर पतली, त्वचा संवेदनशील और रंग साफ होता है।
स्वभाव एवं मनोवृति-: मकर लग्न राशि में जन्म लेने वाले जातक या जातिका विनम्र, दयालु, अनुशासनप्रिय, स्वच्छंद,स्वार्थी,ईष्यालु, लालची, बुद्धिमान,धैर्यवान,नीतिवाले,आत्मविश्वासी,दूरदर्शी, व्यवहारकुशल,उच्चाभिलाषी,मननशील,एकांतप्रिय,कम खर्च करने वाले, विश्वासपात्र, नेतृत्वशील प्रवृत्ति के,रूढ़ीवादी विचारधारा वाले, समस्याओं को मिटाने वाले, ईमानदार और बदला लेने वाले होता हैं। अशुभ ग्रहों के प्रभाव से चोर एवं बदमाश हो सकते हैं।
स्वास्थ्य एवं रोग-: मकर लग्न में जन्म लेने वाले जातक या जातिका कमजोर व बीना शक्ति वाले, कोई भी बीमारी कभी भी हो सकती हैं, उनको पता नहीं चलता है। वायु व कफ संबंधित रोग अधिक, पाचन शक्ति कमजोर, कब्ज,जोड़ों, कमर, घुटनों, पिंडलियों के दर्द, खाज, खुजली जैसे रोगों की संभावना बनी रहती हैं। खांसी, बुखार, निमोनिया आदि हो सकते हैं।
विवाह और परिवार-: मकर लग्न में जन्म लेने वाले जातक या जातिका का विवाह 24 से 28 वर्ष की उम्र में देरी से होता है। व्यवहार में क्रोधी,अधिक बोलने वाले, असफलता से हीन भावना वाले, गलती बताने पर नाराज होने वाले और दांपत्य जीवन सामान्यता: दु:खी होता हैं। माता-पिता के प्रति कम लगाव है।नाम,प्रसिद्धि,धन व अधिकार की चाह में बच्चों को भुला देते हैं,परिवार के प्रति उत्तरदायित्व की पूर्ति करने और कर्त्तव्यों निभाने का ध्यान रखते हैं।
नौकरी या व्यवसाय-: मकर लग्न में जन्म लेने वाले जातक या जातिका का रुझान व्यवसाय की ओर अधिक और नौकरी भी कर सकते हैं। अच्छी शिक्षा ग्रहण कर कर अध्यापक, प्रवक्ता, अकाउंटेंट, इंजीनियर, पायलट, वैज्ञानिक, भूगर्भ शास्त्री बन सकते हैं। जासूसी या वकालत का व्यवसाय, हस्तरेखा विशेषज्ञ, सन्यासी, बीमा एजेंट या दलाल, मुद्रण या प्रकाशन व्यवसाय कर सकते हैं। खेलकूद में अच्छा नाम कमा सकते हैं लग्न पर अशुभ ग्रहों के प्रभाव होने पर चोर जेब कतरे या बदमाश बन सकते हैं।
महत्वपूर्ण एवं शुभ-: मकर लग्न में राशि में जन्म लेने वाले जातक या जातिका के भाग्योदय कारक वर्षों में 22, 24,25,32 वें वर्ष तथा अन्य वर्षो में 17,26,35, 44, 62,71 वें वर्ष महत्वपूर्ण हैं।
दिनों में शनिवार, शुक्रवार और मंगलवार शुभ वार हैं। रंगों में सफेद, काला और नीला रंग शुभ है।
अंकों में 6,8,9 अंक सर्वाधिक शुभ हैं।
यदि लाभकारी और सुख कारी हो तो ऐसे व्यक्तियों के लिए नीलम रत्न पहनना ठीक रहता है। कष्टकारी समय में शनिवार को हनुमान जी के दर्शन करना और हनुमान चालीसा पढ़ना या गायत्री मंत्र का जाप करना ठीक रहता है। मछलियों व चीटियों को आटा डालना भी अच्छा रहता है।
मैत्री संबंध एवं सावधानियां-: मकर लग्न राशि में जन्म लेने वाले जातक या जातिका को वृषभ, कन्या और कर्क लग्न वाले व्यक्तियों से संबंध रखना अच्छा एवं लाभकारी रहता है इन व्यक्तियों को आराम कम एवं काम ज्यादा करने से आपत्ति एवं कष्ट कम हो सकते हैं। ठण्डा पेय ठीक नहीं व निराश नहीं हुवे और स्वार्थ को छोड़ें ।अड़ियल स्वभाव में परिवर्तन लाकर सामाजिक भलाई कार्य और धार्मिक गतिविधियों में भाग लेवें। मकर लग्न राशि में जन्म लेने वाले जातक या जातिका-: महाराणा प्रताप, चीनी नेता माओत्सेतुंग,स्वामी विवेकानंद,संजय गांधी,फूलन देवी और महारानी एलिजाबेथ (द्वितीय) आदि हैं।
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