Breaking

Wednesday 4 November 2020

राशियों की प्रकृति या धातु

राशियों की प्रकृति या धातु :- को चार भागों में बाँटा गया हैं। जो निम्नलिखित हैं

राशियों की प्रकृति या धातु

प्रकृति 
       पित                                           वात                       सम या 
मिश्रित।                                     
कफ
राशियाँमेष,
सिंह,
धनु
वृषभ, कन्या,
मकर
मिथुन,
तुुला,
कुम्भ
कर्क,
वृृृश्चिक,
मीन

राशियों की प्रकृति या धातु का फल एवं उपयोग :- स्वयं की प्रकृति या धातु के अनुसार राशियां फल प्रधान करती हैं

* इनका उपयोग चिकित्सा ज्योतिष में होता हैं  लग्न या षष्ठ भाव में स्थित राशि की प्रकृति से संबंधित रोग होने की आशंका रहती हैं। 

*इसी प्रकार दशानाथ जिस राशि में स्थित है, उस राशि की  प्रकृति से संबंधित रोग देता हैं।

राशियों का प्लवत्व--प्लव का अर्थ है ढलान या बहाव दिशा।राशियों का प्लवत्व उनके स्वामियों पर निर्भर करता है। विभिन्न राशियों के प्लवत्व निम्नलिखित हैं

*राशि के स्वामी की जो दिशा होती हैं, वही दिशा राशि का प्लव है। 

*जिस लग्न में यात्रा करनी हो उस राशि के स्वामी की दिशा में यात्रा करने से राजा शत्रु को शीघ्र पराजित करता हैं।

राशियों का प्लवत्व सारणी

राशियाँ                                   
  
प्लव                
मेष

दक्षिण
वृषभ

आग्नेय
मिथुन

उत्तर
कर्क

वायव्य
सिंह

पूर्व
कन्या
उत्तर
तुला

आग्नेय
वृश्चिक

दक्षिण
धनु

ईशान
मकर

पश्चिम
कुम्भ

पश्चिम
मीन

ईशान

राशियों के प्लवत्व का उपयोग :- राशि के स्वामी की जो दिशा होती हैं, वही दिशा राशि का प्लव है। 

* जिस लग्न में यात्रा करनी हो उस राशि के स्वामी की दिशा में यात्रा करने से राजा शत्रु को शीघ्र पराजित करता हैं।

No comments:

Post a Comment