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Wednesday 11 November 2020

दिवाबली एवं रात्रिबली राशियाँ

दिवाबली एवं रात्रिबली राशियाँ-: द्वादश राशियाँ में से छःराशियाँ रात्रि में बली होती हैं, छःराशियाँ दिन में बली होती हैं।

राशियाँ को दो भागों में बाँटा गया हैं,जो निम्नलिखित हैं:

1.रात्रिबली राशियाँ--- रात्रि में बलवान राशियों को रात्रिबली राशियाँ कहते हैं। मेष,वृषभ,मिथुन, कर्क, धनु और मकर रात्रिबली राशियाँ हैं। 

*रात्रि में बली राशियां रात्रि में फलदायक होती हैं एवं रात्रि में यात्रा करनी हो,तो रात की बली लग्न में करनी चाहिए।

*युद्ध संबंधी यात्राओं के संबंध में यह विशेष ध्यातव्य हैं। 

*यदि रात्रिबली राशि की लग्न हो तथा लग्नेश एवं चंद्रमा भी रात्रि बली में राशियों में स्थित हो, तो जातक रात्रि में अधिक  क्रियाशील होता है। 

*जन्म कुंडली में अधिकाधिक ग्रह रात्रिबली राशियों में हो, तो जातक रात्रि में अपनी पूर्ण क्षमता से कार्य करता है।

2.दिवाबली राशियाँ--- दिन में बलवान राशियों को दिवाबली राशियाँ कहते हैं।  सिंह, कन्या, तुला, वृश्चिक,कुंभ और मीन दिवाबली राशियाँ हैं। 

संज्ञक.राशियाँ
रात्रि बलीमेष,वृषभ,मिथुन, कर्क,धनु और मकर।
दिवाबलीसिंह,कन्या,तुला,वृश्चिक,कुम्भ और मीन।

 दिवाबली एवं रात्रिबली राशियाँ का फल-:निम्नलिखित हैं:


●रात्रिबली राशियाँ-: रात्रि में फलदायक होती हैं एवं रात्रि में यात्रा करनी हो,तो रात की बली लग्न में करनी चाहिए।


 *युद्ध संबंधी यात्राओं के संबंध में यह विशेष ध्यातव्य हैं। 

*यदि रात्रिबली राशि की लग्न हो तथा लग्नेश एवं चंद्रमा भी रात्रि बली में राशियों में स्थित हो, तो जातक रात्रि में अधिक  क्रियाशील होता है। 


*जन्म कुंडली में अधिकाधिक ग्रह रात्रिबली राशियों में हो, तो जातक रात्रि में अपनी पूर्ण क्षमता से कार्य करता है।

●दिवाबली राशियाँ-: दिन में फलदायक होती हैं।

* दिन में यात्रा करनी हो तो दिवाबली लग्न में करनी चाहिए।  युद्ध सम्बन्धी यात्राओं के संबंध में यह विशेष ध्यातव्य हैं।

*दिवाबली राशि की लग्न हो तथा लग्नेश एवं चंद्रमा भी दिवाबली राशियों में स्थित हो तो जातक दिन में अधिक क्रियाशील होता है। 

*यदि जन्म कुंडली में अधिकाधिक ग्रह दिवाबली राशियों में हो, तो जातक दिन में अपनी पूर्ण क्षमता से कार्य करता हैं।

दिवाबली एवं रात्रिबली राशियाँ का उपयोग-: जो निम्नलिखित हैं:

●प्रश्न कुंडली में चोरी गई वस्तु, आगंतुक आदि के संबंध में प्रश्न हो तो दीवाबली एवं रात्रिबली राशियों के आधार पर उन घटनाओं के दिन या रात में उनकी होने की संभावना व्यक्त की जाति हैं।


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