राशियों से सम्बन्धित रोग :- मेषादि द्वादश राशियाँ स्वभावतः जिन-जिन रोगों को उत्पन्न करती हैं, वे निम्नलिखित हैं:
राशियों से सम्बन्धित रोग
राशियाँ | रोग |
---|---|
मेष | नेत्र रोग, मुख रोग, मेद रोग, सिरदर्द, मानसिक तनाव, उन्माद एवं अनिद्रा। |
वृषभ | गले एवं श्वास नली के रोग, नाक के रोग। |
मिथुन | रक्त विकार, श्वास, फुफ्फुसरोग एवं मज्जारोग। |
कर्क | हृदय रोग एवं रक्त विकार। |
सिंह | उदर विकार, मेदवृद्धि एवं वायु विकार। |
कन्या | जिगर, तिल्ली, अमाशय के विकार, अपच मन्दाग्नि एवं कमर में दर्द। |
तुला | मूत्राशय के रोग, मधुमेह, प्रदर, मूत्र कच्छ एवं बहुमूत्र। |
वृश्चिक | गुप्त रोग, अर्श, भगंदर, उपदंश एवं संसर्गजन्य रोग। |
धनु | यकृत दोष, ऋतु विकार, अस्थिभंग, मज्जारोग एवं रक्त दोष। |
मकर | वात रोग, शीत रोग, चर्म रोग एवं रक्तचाप। |
कुम्भ | जलोदर, मानसिक रोग, ऐंठन एवं गर्मी। |
मीन | एलर्जी, चर्म रोग, रक्त विकार, आमवात, आव, ग्रंथि एवं गठिया। |
मेजर एस. जी.खोत के अनुसार-:राशियाँ चार प्रकार से शरीर संज्ञक का प्रतिनिधित्व करती हैं। जो निम्नलिखित हैं:
शरीर संज्ञक | राशियाँ। |
---|---|
जीवन शक्ति | मेष, सिंह एवं धनु। |
अस्थि एवं मांस। | वृषभ, कन्या एवं मकर। |
श्वास। | मिथुन, तुला एवं कुम्भ। |
रक्त। | कर्क, वृश्चिक एवं मीन। |
No comments:
Post a Comment