श्री मेहंदीपुर बालाजी की आरती(Shri Mehandipur Balaji Ki Aarti):-श्री मेहंदीपुर बालाजी हनुमानजी का अवतार है, हनुमानजी का दूसरा नाम है। श्री मेहंदीपुर बालाजी जो सभी तरह की बुरी आत्माओं के द्वारा मनुष्य के शरीर को जकड़ लेती है तब श्री मेहंदीपुर बालाजी की अरदास करने पर और उनके शरण में जाने पर उन बुरी आत्माओं से मुक्ति मिल जाती हैं। इसलिए मनुष्य के शरीर बुरी आत्माओं का प्रभाव नहीं हो पाए। इसके लिए मनुष्य को नियमित रूप श्री मेहंदीपुर बालाजी की आरती को करते रहने पर फायदा मिलता हैं।
।।अथ श्री मेहंदीपुर बालाजी की आरती।।
ऊँ जय हनुमत वीरा, स्वामी जी हनुमत वीरा।
संकट मोचन स्वामी, तुम हो रणधीरा।।
ऊँ जय हनुमत वीरा, स्वामी जी हनुमत वीरा।
पवन-पुत्र अंजनी-सुत, महिमा अति भारी,
दुःख दरिद्रय मिटाओ, संकट सब हारी।।
ऊँ जय हनुमत वीरा, स्वामी जी हनुमत वीरा।
बाल समय में तुमने, रवि को भक्ष लियो,
देवन स्तुति किन्हीं, तबहीं छोड़ दियो।।
ऊँ जय हनुमत वीरा, स्वामी जी हनुमत वीरा।
कपि सुग्रीव राम संग, मैत्री करवाई,
बालीबली मराये, कपीशहि गद्दी दिलवाई।।
ऊँ जय हनुमत वीरा, स्वामी जी हनुमत वीरा।
जारि लंक को ले सिय की सुधि, वानर हर्षाये,
कारज कठिन सुधारे, रघुबर मन भाये।।
ऊँ जय हनुमत वीरा, स्वामी जी हनुमत वीरा।
शक्ति लगी लक्ष्मण को, भारी सोच भयो,
लाय संजीवन बूटी, दुःख सब दूर कियो।।
ऊँ जय हनुमत वीरा, स्वामी जी हनुमत वीरा।
ले पाताल अहिरावण, जबहि पैठी गयो,
ताहि मारि प्रभु लाये, जय जयकार भयो।।
ऊँ जय हनुमत वीरा, स्वामी जी हनुमत वीरा।
घाटा मेंहदी पुर में शोभित दर्शन अति भारी,
मंगल और शनिश्चर, मेला है जारी।।
ऊँ जय हनुमत वीरा, स्वामी जी हनुमत वीरा।
श्री बाला जी की आरती, जो कोई नर गावे,
कहत सुनील जोशी हर्षित, मनवांछित फल पावे।।
ऊँ जय हनुमत वीरा, स्वामी जी हनुमत वीरा।
।।इति श्री मेहंदीपुर बालाजी की आरती।।
।।जय बोलो श्रीहनुमानजी की जय हो।।
।।जय बोलो महावीरजी की जय हो।
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