प्रथम भाव मे राशियों का फल :-
मेष राशि :- जन्म कुंडली के प्रथम भाव में यदि मेष राशि हो, तो जातक लालिमा वर्ण युक्त ,सदैव अल्प एवं विचित्र बुद्धि ,दूसरों से पराजित होने वाला ,अधिक पित्त युक्त, सभी जनों से सेवनीय एवं सभी प्रकार का भक्षण करने वाला होता है।
वृषभ राशि :- जन्म कुंडली के प्रथम भाव में यदि वृषभ राशि हो हो तो जातक गोरे रंग का ,कफ की अधिकता वाला ,अत्यधिक क्रोधी मंदबुद्धि वाला स्त्री और नौकरों से सदैव पराजित होता है ।
मिथुन राशि :- जन्म कुंडली के प्रथम भाव में यदि मिथुन राशि हो ,तो जातक अत्यधिक गोरा रंग का,स्त्रियों में रुचि वाला ,प्रश्नमन वाला ,अच्छे वचन बोलने वाला , विनम्र, सुंदर केस वाला एवं गीतकार होता है ।
कर्क राशि :- जन्म कुंडली के प्रथम भाव में यदि कर्क राशि हो ,तो जातक गोरे रंग का, पित्त की अधिकता वाला स्वस्थ ,प्रतिभाशाली, जल में तैरने की रुचि वाला ,बहुत ही बुद्धिमान ,पवित्र एवं धार्मिक होता है।
सिंह राशि :- जन्म कुंडली के प्रथम भाव में यदि सिंह राशि हो ,तो जातक पीले रंग का ,पित्त एवं वायु से पीड़ित, वन में भ्रमण करने वाला, शूरवीर ,प्रतिभाशाली एवं पूर्णतःकठोर होता है ।
कन्या राशि :- जन्म कुंडली के प्रथम भाव में यदि कन्या राशि स्थित हो,तो जातक कफ और पित्त से युक्त, पुत्रवान,कांतिमान ,कफ प्रकृति की संतान वाला, स्त्री से हारने वाला ,अत्यधिक डरपोक ,बड़ा मायावी , कामुक,एवं स्वार्थी होता है।
तुला राशि :- यदि जन्मकुंडली के प्रथम भाव में तुला राशि स्थित हो ,तो जातक कफ से युक्त, सत्यवादी ,व्यापार में रुचि वाला , राजा के सम्मान से युक्त, देवताओं की पूजा करने में तत्पर एवं भक्त होता है।
वृश्चिक राशि :- यदि जन्म कुंडली के प्रथम भाव में वृश्चिक राशि हो ,तो जातक के ज्यादा क्रोधी , कमजोर, गुणवान शास्त्र वचन युक्त एवं शत्रु को हराने वाला होता है ।
धनु राशि :- यदि जन्मकुंडली के प्रथम भाव में धनु राशि हो, तो जातक राजसत्ता से युक्त , ब्राह्मण देवता का भक्त ,मित्रों से युक्त, सदैव बलिष्ठ जांघो वाला होता है।
मकर राशि :- यदि जन्म कुंडली के प्रथम भाव में मकर राशि हो ,तो जातक संतोष स्वभाव का, चंचल, डरपोक, सदा पुण्यवान ,कफ एवं वायु से पीड़ित,लंबे कद वाला एवं दूसरों को ठगने वाला होता है ।
कुंभ राशि :- यदि जन्म कुंडली के प्रथम भाव में कुंभ राशि हो ,तो जातक स्थिर , अत्यधिक वात से युक्त, संतोषी ,सुंदर शरीर वाला एवं जंघा वाला, स्त्रियों में रुचि एवं शिष्टों में अनुरक्त एवं लोगों में प्रिय होता है।
मीन राशि :- यदि जन्म कुंडली के प्रथम भाव में मीन राशि हो,तो जातक विनम्र ,पूर्णतः अनुकूल, विद्वान, स्त्री का प्रिय ,प्रचंड, पित्त की अधिकता वाला एवं कीर्तिमान होता है।
No comments:
Post a Comment