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Friday 3 September 2021

आरती युगल किशोर की कीजै(Aarti yugal kishor ki kije)

                  


आरती युगल किशोर की कीजै(Aarti yugal kishor ki kije):-आरती युगल किशोर जी जो कोई मनुष्य नियमित रूप से करता है, उसके जीवन के सभी तरह के कष्टों से मुक्ति मिल जाती है, उसका उद्धार हो जाता है। भगवान श्रीकृष्णजी के स्वरूप की आरती करने से समस्त तीनों लोकों का सुख मिलता है।

 



।। अथ आरती श्री युगल किशोर जी की।।

आरती युगल किशोर की कीजै।

राधे तन-मन-धन न्योछावर कीजै।।

रवि शीश कोटि बदन की शोभा।

ताहि निरख मेरो मन लोभा।।

आरती युगल किशोर की कीजै।

राधे तन-मन-धन न्योछावर कीजै।।

गौर श्याम मुख निरखत राझै।

प्रभु को रूप नजय भर पीजै।।

आरती युगल किशोर की कीजै।

राधे तन-मन-धन न्योछावर कीजै।।

कंचन थार कपूर की बाती।

हरि आये निर्मल भई छाती।।

आरती युगल किशोर की कीजै।

राधे तन-मन-धन न्योछावर कीजै।।

फुलनकी सेज फूलन की माला।

रत्न सिहांसन बैठे नन्दलाला।।

आरती युगल किशोर की कीजै।

राधे तन-मन-धन न्योछावर कीजै।।

मोर मुकुट मुरली कर सोहै।

नटवर वेष देख मन मोहै।।

आरती युगल किशोर की कीजै।

राधे तन-मन-धन न्योछावर कीजै।।

आढयो नील पीतपट सारी।

कुंज बिहारी गिरवरधारी।।

आरती युगल किशोर की कीजै।

राधे तन-मन-धन न्योछावर कीजै।।

श्री पुरुषोत्तम गिरवरधारी।

आरती करत सकल बज्रनारी।

आरती युगल किशोर की कीजै।

राधे तन-मन-धन न्योछावर कीजै।।

नन्दनन्दन वृष भानु किशोरी।

परमानन्द स्वामी अविचल जोरी।।

आरती युगल किशोर की कीजै।

राधे तन-मन-धन न्योछावर कीजै।।


।।इति श्रीयुगल किशोर जी की आरती।।

।।जय बोलो गिरधरधारी जी की जय हो।।

।।जय बोलो राधिका स्वामी की जय हो।।










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