राशियो की आकृति-:राशि तारामण्डल का समूह हैं।तारामण्डल की जैसी आकृति होती है, उसके अनुरूप ही राशियों का नामकरण किया गया है। मेषादि राशियों की आकृति निम्नानुसार हैं:
1.मेष राशि-- मेढ़ा।
2.वर्षभ राशि---- बैल।
3.मिथुन राशि--- स्त्री एवं पुरुष का जोड़ा ,जिसमें स्त्री के हाथ में वीणा एवंपुरुष के हाथ में गदा हैं ।
4 कर्क राशि--- केकड़ा।
5.सिंह राशि--- शेर।
6.कन्या राशि-- नोका में बैठी हुई कन्या, जिसके एक हाथ में अन्न की बाली और दूसरे हाथ में अग्नि हैं।
7.तुला राशि --- पुरुष के हाथ में तराजू।
8.वृश्चिक राशि-- बिच्छू।
9.धनु राशि-- कमर के ऊपर मनुष्य का शरीर, हाथ में धनुष की प्रत्यंचा खींचे हुए हैं तथा कमर के नीचे घोड़े का शरीर हैं।
10.मकर राशि-- बड़े-बड़े सींगो से युक्त हरिणमुख और मगरमच्छ जैसा शरीर।
11.कुंभ राशि-- पुरुष जिसके कंधे पर रिक्त घड़ा रखा हुआ है।
12.मीन राशि-- दो मछलीओं की आकृतियों जिसमें प्रत्येक का मुख दूसरे की पूँछ पर लगा हुआ है।
राशियों की आकृति का उपयोग-:फलित ज्योतिष में अत्यधिक उपयोग हैं।
*जातक के जन्म समय लग्न,लगनेश, चंद्रमा,नवांश एवं नवांशेश जिस राशि में होंगे, उसकी आकृति के अनुसार जातक में गुण होंगे।
* जन्म लग्न एवं जन्म राशि के आधार पर फल कथन सामान्यत: इसी सिद्धांत पर आधारित होता है।
No comments:
Post a Comment