Pages

Monday 16 November 2020

मेष जन्मलग्न और जन्मराशि का फल

मेष जन्मलग्न और जन्मराशि का फल-: 

मेषलग्न या मेषराशि वालों व्यक्तियों की विशेषताएँ -: निम्नानुसार हैं:
 राशि परिचय-:  भचक्र की प्रथम राशि मेष आकृति में  मैढ़ा या बकरे के समान, अग्नितत्व, रजोगुणी, चर,उष्ण, पुरुषलिंगी, रात्रिबली,पृष्ठोदयी,पूर्वदिशा स्वामिनी, संघर्षशील, शुष्क एवं बंजर स्थान यथा पर्वत या वन निवासिनी एक अशुभ राशि हैं। प्रतिवर्ष अंग्रेजी तिथि 21 मार्च के आसपास सूर्य इस राशि में प्रवेश करता है और 19 अप्रैल तक रहता है। इसका विस्तार 0°अंश से 30°अंश होता हैं। मंगल इस राशि का स्वामी ग्रह और शुक्र शत्रु ग्रह हैं। सूर्य की उच्च राशि तथा शनि की यह नीच राशि हैं। गुरु,मंगल,सूर्य इस राशि के लिए शुभ फलदायी एवं लाभदायी कारक ग्रह है। सूर्य,मंगल युति और गुरु,मंगल युति सफल योग हैं।
शारिरिक बनावट-: मेष लग्न या मेष राशि में जन्म लेने वाले जातक या जातिका का शरीर कमजोर, दुबले-पतले, कद में सामान्य से कुछ लंबे, सुगठित और बलिष्ठ होते हैं। मुखाकृति सुंदर और आकर्षक होती हैं। नेत्रहीन चमकीले और दृष्टि पैनी और तेज होती हैं। चेहरा और गर्दन लंबे होते हैं। बाल काले किंतु रुके और रंगरूप लाल गेहुआँ और शरीर के किसी भाग पर चोट के निशान या चेहरे या छाती पर तिल आदि का निशान होता है।
स्वभाव और मनोवृत्ति-: मेष लग्न या मेष राशि में जन्मे जातक या जातिका स्वभाव से हठी, क्रोधी, जल्दबाज़, झगड़ालू, ढीठ, अविवेकी, अभिमानी, किंतु परिश्रमी, सत्यवक्ता, सदाचारी, स्वतंत्रताप्रिय, निडर, कर्मठ, उत्साही, साहसी, ऊर्जावान, सक्रिय, महत्वाकांक्षी, चतुर,दार्शनिक, प्रेरक मनोवृति के होते हैं। तुरत बुद्धि होने के कारण कार्य को शीघ्रातिशीघ्र पूरा करने में गौरव महसूस करते हैं। संकट की घड़ी में भी संतुष्ट और प्रसन्नचित्त दिखाई देते हैं। उन्हें किसी के अधीन रहकर काम करना पसंद नहीं है।
इनमें तर्कशक्ति गजब की होती है। व्यवहारकुशल और अच्छे मार्गदर्शक होते हैं।
 स्वास्थ्य और रोग-: मेष लग्न या मेष राशि में जन्मेें जातक या जातिका स्वस्थ और निरोग रहते हैं। बीमार कम पड़ते हैं। इनकी प्रतिरोधक शक्ति से रोग भी दूर भागते हैं किंतु खाँसी, जुकाम, बुखार सिरदर्द, रक्त विकार, नेत्र रोग, त्वचारोग आदि का भय बना रहता है। जल से डरने वाले, चोट घाव, फोड़े-फुंसी सामान्य सी बात हो सकती हैं। योगासन और व्यायाम करते रहना स्वास्थ्य के लिए हितकर और प्रात: कालीन चलना भी ठीक रहता है।
विवाह और परिवार-: मेष लग्न या मेष राशि जन्में जातक या जातिका का विवाह 20 से 22 वर्ष की आयु में हो जाता है। परिवार में मिलजुल कर रहने की भावना होती हैं। माता-पिता के प्रति पूर्ण स्नेह होता है। भ्रमणशील व परिवर्तनशील प्रकृति के होने के कारण एक स्थान या एक स्थान या घर पर टिक नहीं पाते हैं। उन्हें भाई-बहनों, सगे सम्बंधियों से कोई सुख या सहायता नहीं मिलती है। शीघ्र क्रोधित और शीघ्र मान जाने वाले प्रकृति के कारण परिवार में सामंजस्य बना रहता है। किंतु कई बार जमीन-जायदाद के झंझटों के कारण परिवार में कठिनाइयाँ आ जाती है। जीवन में उत्थान-पतन होते रहते हैं।
 नौकरी या व्यवसाय-: शिक्षा के शौकीन होते हैं। डॉक्टरी, इंजीनियरिंग की शिक्षा ग्रहण कर सकते हैं। अच्छे खिलाड़ी भी होते हैं  ऐसी स्थिति में पुलिस या फौज में अच्छा पद पा सकते हैं। प्रशासनिक अधिकारी हो सकते हैं। चिकित्सक,केमिस्ट, लेक्चरार, इंजीनियर, मैकेनिक,सर्वेयर, सेल्स एजेंट हो सकते हैं। बिजली या इलेक्ट्रोनिक्स उपकरण व्यवसायी भी बन सकते हैं। राजनीति में जा सकते हैं। नेता अभिनेता बन सकते हैं। लेखक या कवि हो सकते हैं किंतु नौकरी के अवसर अधिक होते हैं।
महत्वपूर्ण एवं शुभ-:मेष लग्न राशि में जन्में जातक याा जातिका के भाग्योदय कारक वर्षों में 16,22,28,32,36 वें वर्ष तथा अन्य महत्वपूर्ण वर्षों में 18,27,45,54,63,72वें वर्ष प्रमुख है। 
दिनों में मंगलवार, गुरुवार और रविवार शुभ दिन है।
रंगों में लाल और पीला रंग शुभ है।
अंकों में 9 का अंक सर्वाधिक शुभ हैं। 
निर्बल और अशुभ मंगल होने की स्थिति में मूंगा रत्न पहनना शुभ होता है। मंगलवार को व्रत रखना और एक समय नमक रहित भोजन करना शुभ हैं। मानसिक शांति के लिए गायत्री मंत्र का जाप करना ठीक रहता है। 
मैत्री सम्बन्ध एवं सावधानियाँ-:  मेष लग्न एवं मेष राशि में जन्म लेने वाले जातक या जातिका का सिंह, तुला, धन लग्न राशि में जन्में पुरुष-स्त्रियों से मैत्री सम्बन्ध रखना अधिक श्रेयस्कर एवं लाभकारी होता है।अतः मित्रवत् संबंधों में सावधानी बरतनी चाहिए। प्रोटीन युक्त भोजन स्वास्थ्य के लिए अधिक उचित हैं। आराम में कमी ना आने दे और पूरी नींद लें। क्रोध, हठ, कामुकता व अति वाद-विवाद की प्रवृत्ति का त्याग करना चाहिए।
मेष लग्न या मेष राशि में जन्में व्यक्ति-: सिकन्दर महान, पृथ्वीराज चौहान, नेताजी सुभाष चंद्र बोस, सरदार वल्लभभाई पटेल, जय नारायण व्यास, अभिनेत्री स्मितापाटिल एवं अभिनेता दिलीप कुमार आदि।

No comments:

Post a Comment