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Wednesday 28 October 2020

द्वितीय भाव में राशियों का फल



द्वितीय भाव में  राशियों का फल :-


मेष राशि :- जन्म कुंडली के द्वितीय भाव में यदि मेष राशि हो, तो जातक  पुण्य कार्य से धनी ,अधिक भाई- बंधुओं से युक्त एवं दूसरों को सदा प्रेम करने वाला होता है ।


वृषभ राशि :- यदि जन्म कुंडली के द्वितीय भाव में यदि वृषभ राशि हो, तो जातक खेती के कार्यों से धन की प्राप्ति करने वाला ,पशुधन से युक्त  एवं सोना चांदी,मणि ,मुक्ता आदि से युक्त होता है।


मिथुन राशि :- जन्म कुंडली के द्वितीय भाव में मिथुन राशि हो ,तो जातक सदैव स्त्रियों से जनित धन से युक्त रहने वाला ,अधिक मात्रा में सोने, चांदी से युक्त एवं अच्छे लोगों की मित्रता करने वाला होता है।


कर्क राशि :- जन्म कुंडली के द्वितीय भाव में यदि कर्क राशि हो ,तो जातक के सदैव वृक्ष से उत्पन्न धन से युक्त, जल से धनी, खराब भोजन खाने वाला, न्याय से आजीविका प्राप्त करने वाला एवं पुत्रों को प्रसन्न करने वाला होता है 


सिंह राशि :- जन्म कुंडली के द्वितीय भाव में यदि सिंह राशि हो,तो जातक वन में निवास करने वाले लोगों से धन प्राप्त करने वाला ,सभी पर उपकार करने वाला, सदैव अपने पुरुषार्थ से धन प्राप्त करने वाला होता है।


कन्या राशि :- जन्म कुंडली के द्वितीय भाव में यदि कन्या राशि हो ,तो जातक राज कार्य से धन प्राप्त करने वाला, सोना , चांदी, मोती ,रत्न आदि से उत्पन्न धन से युक्त एवं अनेक प्रकार की संपत्ति से युक्त होता है ।


तुला राशि :- यदि जन्मकुंडली के द्वितीय भाव में तुला राशि स्थित हो ,तो जातक अनेक प्रकार के व्यापार से धन प्राप्त करने वाला, अधिक पुत्रों से युक्त ,प्रतिभाशाली एवं  अपने न्याय से धन प्राप्त करने वाला होता है।


वृश्चिक राशि :- यदि जन्म कुंडली के द्वितीय भाव में वृश्चिक राशि स्थित हो ,तो जातक सभी प्रकार के पुण्य से अधिक धन प्राप्त करने वाला ,पत्थर और मिट्टी से उत्पन्न अथवा कृषि उपज आदि कार्यों से सदैव धन प्राप्त करने वाला होता है ।


धनु राशि :- यदि जन्म कुंडली के द्वितीय भाव में वृश्चिक राशि स्थित हो ,तो जातक स्थिर कार्य से धन प्राप्त करने वाला और पशुओं से  युक्त ,सभी प्रकार के कृषि उत्पादन एवं रसों से ,धार्मिक कार्यक्रमों से धन प्राप्त करता है ।


मकर राशि :- यदि जन्मकुंडली के द्वितीय भाव में मकर राशि की स्थिति हो,तो जातक  सभी उपायों से धन प्राप्त करने वाला, राज कार्यों की सेवा से धन एवं कृषि कार्य से धन प्राप्त करने वाला होता है।


कुम्भ राशि :- यदि जन्म कुंडली के द्वितीय भाव में कुंभ राशि हो,तो जातक बागवानी से धन को प्राप्त करने वाला ,मनुष्यों से सज्जनों के भोजन से एवं सम्मानित लोगों के उपकार से धन प्राप्त होता है ।


मीन राशि :- यदि जन्मकुंडली के द्वितीय भाव में मीन राशि स्थित हो, तो जातक नियम एवं उपवासों से , विद्या के प्रभाव से ,खजाने से और माता-पिता द्वारा अर्जित धन से युक्त होता है।

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